राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बिद्याधरपुर में राष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र संस्थान (NRRI) में दूसरी 'भारतीय चावल कांग्रेस' का उद्घाटन किया।
दूसरी भारतीय चावल कांग्रेस का विषय "चावल अनुसंधान में परिवर्तन: हालिया वैज्ञानिक विकास और विश्व खाद्य संकट" है।
यह अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम 14 फरवरी तक चार दिनों तक चलेगा।
इस राइस कांग्रेस में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा, वैश्विक खाद्य संकट, बदलते मौसम में चावल उत्पादन में वृद्धि समेत विभिन्न विषयों पर चर्चा होगी।
कांग्रेस ने वैश्विक खाद्य संकट और हाल के वैज्ञानिक विकास पर ध्यान केंद्रित किया है जो धान की फसलों के उत्पादन और उपज को बढ़ाने में मदद करेगा।
आईसीएआर-एनआरआरआई ने भारत का पहला उच्च प्रोटीन चावल विकसित किया है, जिसे सीआर धान 310 कहा जाता है और एनआरआरआई ने सीआर धान 315 नामक एक उच्च जस्ता चावल की किस्म भी जारी की है।
आईसीएआर-एनआरआरआई में स्थित एआरआरडब्ल्यू ने 'भारतीय चावल कांग्रेस' का आयोजन किया है। ARRW राइस रिसर्च वर्कर्स का एसोसिएशन है। इसकी स्थापना 1961 में हुई थी।
कटक को 'सिल्वर सिटी' कहा जाता है और इसमें आस पास कई विरासत मूल्य जैसे जगन्नाथ मंदिर (कटक से 74 किमी), कोणार्क शहर (कटक से 65 किमी), नंदन कानन राष्ट्रीय उद्यान, चिल्का झील, आदि मौजूद है।