Category : MiscellaneousPublished on: March 11 2024
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नई दिल्ली में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति थी, जिन्होंने भारतीय संस्कृति के महत्व और इस समृद्ध विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने में संस्कृत भाषा की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर श्रीनिवास वराखेड़ी ने इस समारोह को गौरवित किया, जो उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में अपने महत्वपूर्ण योगदान को साझा किया।
केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने राष्ट्रपति मुर्मू का उनके मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया और संस्कृत भाषा और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने आधुनिक शिक्षा के साथ संस्कृत और भारतीय ज्ञान परंपरा को एकीकृत करने में NEP2020 की भूमिका पर जोर दिया, जिसका उद्देश्य छात्रों को सशक्त बनाना और राष्ट्र निर्माण के प्रयासों में योगदान करना है।