प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स' के अनुसार, शहर के संस्थापक नादप्रभु केम्पेगौड़ा की 108 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया, जो "किसी शहर के संस्थापक की पहली और सबसे ऊंची कांस्य प्रतिमा" है।
केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 218 टन (98 टन कांस्य और 120 टन स्टील) वजन की यह मूर्ति स्थापित की गई है।
इसके पास चार टन वजनी तलवार है।
केम्पेगौड़ा की मूर्ति और 23 एकड़ का थीम पार्क वाली इस परियोजना को लगभग 84 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है।
तत्कालीन विजयनगर साम्राज्य के तहत एक सामंती शासक केम्पेगौड़ा ने 1537 में बेंगलुरु की स्थापना की थी।
प्रसिद्ध मूर्तिकार और पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित राम वनजी सुतार ने प्रतिमा का डिजाइन तैयार किया है। सुतार ने गुजरात में 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' और बेंगलुरु के 'विधान सौध' में महात्मा गांधी की प्रतिमा भी बनाया है।