प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में चार जलविद्युत परियोजनाओं की आधारशिला रखी है।
परियोजनाओं में रेणुकाजी बांध परियोजना, लुहारी चरण- I जल विद्युत परियोजना, धौलासिद्ध जल विद्युत परियोजना, और सावरा-कुड्डू जलविद्युत परियोजना शामिल है।
रेणुकाजी बांध परियोजना की कुल लागत लगभग 7000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। 40 मेगावाट की यह परियोजना सिरमौर जिले में यमुना की एक सहायक नदी "गिरि नदी" पर बनाई जा रही है। यह बांध प्रति वर्ष लगभग 500 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी की आपूर्ति करने में सक्षम होगा।
1800 करोड़ रुपये की लागत से 210 मेगावाट की क्षमता वाली लुहरी फेज-1 जलविद्युत परियोजना का निर्माण किया जा रहा है। हर साल 750 मिलियन यूनिट से अधिक बिजली पैदा होने का अनुमान है।
धौलासिद्ध जलविद्युत परियोजना, 66 मेगावाट की क्षमता के साथ, 680 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की जा रही है। यह हमीरपुर जिले की पहली जलविद्युत परियोजना होगी। इससे हर साल 30 करोड़ यूनिट से ज्यादा बिजली का उत्पादन होगा।
111 मेगावाट की क्षमता वाली सावरा-कुड्डू जलविद्युत परियोजना की कुल लागत 2080 करोड़ रुपये है। इससे हर साल 380 मिलियन यूनिट से अधिक बिजली का उत्पादन होगा।