प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में 'वन वर्ल्ड टीबी समिट' को संबोधित किया।
विश्व क्षय रोग दिवस को चिह्नित करने के लिए, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) और स्टॉप टीबी पार्टनरशिप ने इस शिखर सम्मेलन का आयोजन किया हैं।
इस कार्यक्रम में 30 से अधिक देशों के अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
आयोजन के दौरान, पीएम ने टीबी मुक्त पंचायत पहल सहित विभिन्न पहलों की शुरुआत की।
इस शिखर सम्मेलन में टीबी के लिए परिवार केंद्रित देखभाल मॉडल और भारत की वार्षिक टीबी रिपोर्ट 2023 जारी की गई।
मार्च 2018 में, नई दिल्ली में आयोजित 'एंड टीबी समिट' के दौरान, प्रधान मंत्री ने भारत से टीबी से संबंधित एसडीजी लक्ष्यों को निर्धारित समय से पांच साल पहले 2025 तक हासिल करने का आह्वान किया।
इसके आलावा प्रधानमंत्री ने वाराणसी कैंट स्टेशन से गोदौलिया तक पैसेंजर रोपवे की आधारशिला भी रखी।
पीएम ने नमामि गंगे योजना के तहत भगवानपुर में 55 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की आधारशिला भी रखी। इसे 300 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया जाएगा।