भारतीय फिल्म निर्माता पायल कपाड़िया ने 25 मई को 77वें कान्स फिल्म फेस्टिवल में मलयालम-हिंदी भाषा की फिल्म 'ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट' के लिए देश का पहला ग्रैंड प्रिक्स अवॉर्ड जीतकर इतिहास रच दिया।
कान्स ग्रांड प्रिक्स, पाल्मे डी'ओर के बाद महोत्सव में दूसरा सबसे बड़ा पुरस्कार है। अमेरिकी निर्देशक सीन बेकर ने अनोरा को सर्वोच्च सम्मान दिलाया।
कपाड़िया महोत्सव की मुख्य प्रतियोगिता में भाग लेने वाली भारत की पहली महिला निर्देशक और 30 वर्षों में पहली भारतीय फिल्म बनीं। शाजी एन करुण की 'स्वाहम' को 1994 में मुख्य प्रतियोगिता के लिए चुना गया और उसमें भाग लिया।