मुक्केबाज नीतू घनघस और स्वीटी बूरा ने राष्ट्रीय राजधानी में चल रही महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2023 में अपने-अपने वजन वर्ग में विश्व चैंपियन बनकर इतिहास की किताबों में अपना नाम दर्ज कराया।
जहां 22 वर्षीय नीतू ने 48 किग्रा के फाइनल में मंगोलिया की लुत्सईखान अल्तानसेत्सेग को पछाड़ते हुए 5-0 से जीत दर्ज की, वहीं 81 किग्रा वर्ग में स्वीटी ने स्प्लिट-फर्डिक्ट के जरिए स्वर्ण पदक जीता है।
फाइनल में स्वीटी ने चीन की वांग लीना पर 4-3 से जीत दर्ज की।
इस जीत के साथ, नीतू और स्वीटी विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाली क्रमशः भारत की छठी और सातवीं मुक्केबाज़ (पुरुष या महिला) बन गईं है।
भारत के पास अब महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में कुल 12 स्वर्ण पदक हैं, जिनमें से महान एमसी मैरी कॉम ने उनमें से छह जीते हैं।
मुक्केबाज नीतू घनघस और स्वीटी बूरा एक कुलीन सूची में शामिल हो गए जिसमें मैरी कॉम (2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018), सरिता देवी (2006), जेनी आरएल (2006), लेखा केसी (2006) और निकहत ज़रीन (2022) शामिल हैं।
आईबीए विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप और आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप द्विवार्षिक मुक्केबाजी प्रतियोगिताएं हैं।
यह अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (IBA) द्वारा आयोजित किया जाता है, जो कि खेल शासी निकाय है।