Category : Science and TechPublished on: February 10 2023
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नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) और इसरो द्वारा संयुक्त रूप से विकसित पृथ्वी-अवलोकन उपग्रह को सितंबर में संभावित प्रक्षेपण के लिए फरवरी 2023 के अंत में भारत भेजा जाएगा।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने हाल ही में NASA-ISRO सिंथेटिक एपर्चर रडार (NISAR) उपग्रह को भारत भेजे जाने से पहले अंतिम शक्ति परीक्षण की देखरेख के लिए कैलिफ़ोर्निया में NASA की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) का दौरा किया है।
मिशन पृथ्वी की भूमि और बर्फ की सतहों का पहले से कहीं अधिक विस्तार से अध्ययन करने में मदद करेगा।
एसयूवी के आकार के इस पेलोड को बेंगलुरु में यूआर राव सैटेलाइट सेंटर के लिए 14,000 किलोमीटर की उड़ान के लिए एक विशेष कार्गो कंटेनर में ले जाया जाएगा।
इसरो और नासा ने 2014 में 2,800 किलोग्राम वजनी 'निसार' उपग्रह बनाने के लिए करार किया था।
यह पृथ्वी की पपड़ी, बर्फ की चादर और पारिस्थितिक तंत्र पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा।
लॉन्च के लिए यूआर राव सैटेलाइट सेंटर में एनआईएसएआर अंतरिक्ष यान को उपग्रह बस में एकीकृत किया जाएगा।