Category : Science and TechPublished on: August 28 2024
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वैश्विक प्लास्टिक उपयोग के परिणामस्वरूप, माइक्रोप्लास्टिक अब हवा, पानी, मिट्टी, भोजन और मानव अंगों में पाया जा रहा है, जिससे स्वास्थ्य और पर्यावरणीय समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं।
वैज्ञानिक साक्ष्यों के अनुसार, माइक्रोप्लास्टिक मानव मस्तिष्क सहित महत्वपूर्ण अंगों में जमा हो रहा है, जिसके कारण तुर्की के कुकुरोवा विश्वविद्यालय के सेदत गुंडोगडू ने प्लास्टिक प्रदूषण को लेकर वैश्विक आपातकाल की घोषणा करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
चुकुरोवा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के अनुसार, माइक्रोप्लास्टिक्स मस्तिष्क में अन्य अंगों की तुलना में 10 से 20 गुना अधिक स्तर पर पाए गए हैं।