Category : MiscellaneousPublished on: January 17 2025
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तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में मनाया जाने वाला कनुमा महोत्सव मुख्य रूप से मवेशियों की पूजा और सम्मानित करने का अवसर है, जहाँ किसान अपने मवेशियों को सजाकर मंदिरों में ले जाकर पूजा करते हैं।
कनुमा महोत्सव के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में मवेशियों की प्रतियोगिताएँ और युवाओं के लिए पारंपरिक खेल आयोजित किए जाते हैं, जिनमें सांडों की लड़ाई (पसुवुला पांडुगा) जैसे आयोजन विशेष आकर्षण होते हैं।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में संक्रांति तीन दिनों तक मनाई जाती है, जिन्हें ‘भोगी’, ‘संक्रांति’ और ‘कनुमा’ के नाम से जाना जाता है। संक्रांति का आज मुख्य पर्व है, उसके बाद ‘कनुमा’ पर्व आता है, जिसमें मवेशियों की पूजा की जाती है।