Category : Science and TechPublished on: May 17 2022
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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने HS200 सॉलिड रॉकेट बूस्टर का स्थैतिक परीक्षण सफलतापूर्वक किया है।
इस रॉकेट को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सुबह 7:20 बजे से प्रक्षेपण किया गया था।
तिरुवनंतपुरम में विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर (वीएसएससी) द्वारा दो वर्षों में डिज़ाइन और विकसित किया गया, HS200 बूस्टर रॉकेट बूस्टर है जिसका उपयोग जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल Mk-III (GSLV Mk-III) पर किया जाता है, जिसे LVM3 भी कहा जाता है।
HS200 3.2 मीटर व्यास वाला 20 मीटर लंबा बूस्टर है और ठोस प्रणोदक का उपयोग करने वाला दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा परिचालन बूस्टर है।