Category : Science and TechPublished on: March 15 2023
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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने एक दशक पुराने मिशन के अंत के बाद एक उपग्रह 'मेघा ट्रॉफिक्स -1' को सफलतापूर्वक डी-ऑर्बिट (कक्षा से निकाल कर क्रैश) किया है।
दरअसल, मेघा ट्रॉफिक्स -1 को उसके कक्षा से बाहर लाया गया और फिर उसे प्रशांत महासागर (Pacific Ocean) के ऊपर आकाश में उसे टुकड़े-टुकड़े कर उसे जला दिया गया।
मेघा-ट्रॉपिक्स-1 को उष्णकटिबंधीय मौसम और जलवायु अध्ययन के लिए इसरो और फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी, सीएनईएस द्वारा विकसित एक संयुक्त मिशन के रूप में 12 अक्टूबर, 2011 को लो अर्थ ऑर्बिट (एलईओ) में लॉन्च किया गया था।
मिशन को शुरू में तीन साल के लिए संचालित करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन बाद में इसे बढ़ा दिया गया क्योंकि यह एक दशक तक जलवायु के बारे में महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करता रहा।
इसरो ने बताया कि मेघा-ट्रॉपिक्स-1 में अभी भी लगभग 125 किलोग्राम ऑनबोर्ड ईंधन था, जो पूरी तरह से वायुमंडल में नियंत्रित पुन: प्रवेश प्राप्त करने के लिए पर्याप्त था।