ताजिकिस्तान के अयनी एयरबेस से भारत की वापसी, विदेशी सैन्य उपस्थिति का अंत

ताजिकिस्तान के अयनी एयरबेस से भारत की वापसी, विदेशी सैन्य उपस्थिति का अंत

Daily Current Affairs   /   ताजिकिस्तान के अयनी एयरबेस से भारत की वापसी, विदेशी सैन्य उपस्थिति का अंत

Change Language English Hindi

Category : Defense Published on: November 13 2025

Share on facebook

भारत ने ताजिकिस्तान स्थित अयनी एयरबेस (जो एकमात्र विदेशी सैन्य बेस थी) से अपनी उपस्थिति समाप्त कर ली है। यह बेस 2022 में बंद कर दिया गया था, हालांकि इसकी जानकारी अब 2025 में सामने आई है। वर्ष 2002 से भारत ने इस सोवियत-युग के एयरबेस को लगभग 80 मिलियन डॉलर की लागत से विकसित किया था, जिसमें 3,200 मीटर लंबा रनवे, हैंगर, ईंधन भंडारण और एयर ट्रैफिक कंट्रोल सुविधाएँ शामिल थीं, जिन्हें बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइजेशन (BRO) ने बनाया था। अफगानिस्तान के वाखान कॉरिडोर से मात्र 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह बेस भारत को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और चीन के शिनजियांग क्षेत्र के निकट रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पहुँच प्रदान करता था। अयनी एयरबेस से वापसी भारत की स्थायी विदेशी सैन्य उपस्थिति के अंत और मध्य एशिया में बदलते भू-राजनीतिक परिदृश्य के अनुरूप रणनीतिक पुनर्संतुलन को दर्शाती है।

Recent Post's
  • इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय सचिव श्री एस. कृष्णन ने त्रिपुरा में “साइबर भारत सेतु” कार्यशाला का शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य सहयोग, नवाचार और सक्रिय रक्षा रणनीतियों के माध्यम से भारत की साइबर सुरक्षा को मजबूत करना है।

    Read More....
  • भारत ने ब्राज़ील में COP30 में समानता, जलवायु वित्त और सभी के लिए तकनीकी पहुँच की मांग की।

    Read More....
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देशभर में सामुदायिक जल संरक्षण प्रयासों को सम्मानित करते हुए प्रथम जल संचय जन भागीदारी पुरस्कार 2025 प्रदान करेंगी।

    Read More....
  • भारत ने ताजिकिस्तान के अयनी एयरबेस से वापसी कर अपनी एकमात्र विदेशी सैन्य उपस्थिति समाप्त की।

    Read More....
  • शैखा नासिर अल नवाइस संयुक्त राष्ट्र पर्यटन एजेंसी की पहली महिला प्रमुख बनीं।

    Read More....
  • बांग्लादेश संयुक्त राष्ट्र जल अभिसमय से जुड़ने वाला पहला दक्षिण एशियाई देश बना, जिससे क्षेत्रीय जल सहयोग और जलवायु कूटनीति में नई दिशा मिली।

    Read More....
  • जल संरक्षण और प्रबंधन में उत्कृष्ट प्रयासों के लिए महाराष्ट्र ने छठे राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2024 में प्रथम स्थान प्राप्त किया।

    Read More....
  • विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कनाडा में जी7 विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेकर भारत की वैश्विक साझेदारी और ग्लोबल साउथ की आवाज़ को मज़बूती दी।

    Read More....
  • ओमान को यूनेस्को की "मैन एंड द बायोस्फीयर (MAB)" परिषद के लिए 2025–2029 अवधि हेतु चुना गया है, जिससे उसकी वैश्विक जैव विविधता और सतत विकास में नेतृत्व भूमिका मजबूत हुई है।

    Read More....
  • अमित शाह ने भारत के शहरी सहकारी बैंकों को डिजिटल रूप से सशक्त और आधुनिक बनाने के लिए ‘सहकार डिजिटल पे’ और ‘सहकार डिजिटल लोन’ ऐप लॉन्च किए।

    Read More....