इंदौर में भारत का पहला पी.पी.पी. मॉडल आधारित हरित अपशिष्ट प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित किया जा रहा है, जो लकड़ी और शाखाओं को रिसाइकिल कर पर्यावरण-अनुकूल लकड़ी के छर्रों में बदलकर कोयले का एक टिकाऊ विकल्प प्रदान करेगा।
नगर निगम को प्रति टन 3,000 रुपये की रॉयल्टी मिलेगी, और उत्पादित लकड़ी के छर्रे NTPC व अन्य उद्योगों को स्वच्छ ऊर्जा स्रोत के रूप में आपूर्ति किए जाएंगे, जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार होगा और अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा मिलेगा।