Category : Science and TechPublished on: January 30 2023
Share on facebook
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) इस साल जून या जुलाई तक आदित्य-एल1 मिशन शुरू करने की योजना बना रहा है।
आदित्य-एल1 सूर्य और सौर कोरोना का निरीक्षण करने वाला पहला भारतीय अंतरिक्ष मिशन है।
आदित्य-एल1 मिशन को इसरो द्वारा एल1 कक्षा में लॉन्च किया जाएगा (जो सूर्य-पृथ्वी प्रणाली का पहला लैग्रेंजियन बिंदु है)। L1 कक्षा आदित्य-L1 को लगातार सौर गतिविधियों को देखने का अधिक लाभ प्रदान करती है।
कुल आदित्य-एल1 में सात पेलोड हैं, जिनमें से प्राथमिक पेलोड विजिबल एमिशन लाइन कोरोनग्राफ (वीईएलसी) है, जिसे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स, बेंगलुरु द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया है।
L1 कक्षा पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और इस कक्षा से उपग्रह को लगातार सूर्य की घटनाएं दिखाई देती रहेगी।
पेलोड को बेंगलुरु में यू.आर.राव उपग्रह केंद्र ले जाया जाएगा, जहां इसे आदित्य-एल1 उपग्रह के साथ एकीकृत किया जाएगा, जो बहुत सारे परीक्षणों, मूल्यांकनों से गुजरेगा और अंत में इसे पीएसएलवी का उपयोग करके लॉन्च किया जाएगा।