भारत की पहली जैव सुरक्षा स्तर -3 नियंत्रण मोबाइल प्रयोगशाला नासिक में शुरू की गई है।
इस मोबाइल लैब का उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार ने किया है।
यह मोबाइल प्रयोगशाला समस्या का सार्वजनिक स्वास्थ्य समाधान प्रदान करती है। इसे सामान्य बस की तरह ही विभिन्न स्थानों पर आसानी से चलाया जा सकता है।
25 करोड़ की लागत वाली इस मोबाइल लैब को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और मुंबई की बायो-सेफ्टी डिवाइस बनाने वाली कंपनी क्लेनजाएड्स ने संयुक्त रूप से विकसित किया है।