केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि भारत में लगभग 10,000 जैव प्रौद्योगिकी स्टार्टअप हैं, जो 165 बिलियन डॉलर की जैव अर्थव्यवस्था में योगदान कर रहे हैं, और भारत को अंतरिक्ष और जैव प्रौद्योगिकी में वैश्विक पहचान मिल रही है।
डॉ. सिंह ने इंडिया बायोइकोनॉमी रिपोर्ट 2025 और बायो-सार्थी पहल का शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य जैव प्रौद्योगिकी स्टार्टअप के लिए वैश्विक मेंटरशिप प्रदान करना और जैव प्रौद्योगिकी नवाचार व आर्थिक विकास में भारत की भूमिका को बढ़ाना है।