Category : Science and TechPublished on: November 16 2021
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भारत ने दक्षिणी श्वेत महाद्वीप (अंटार्कटिका) में अपने दल के पहले बैच के आगमन के साथ अंटार्कटिका के लिए 41वां वैज्ञानिक अभियान सफलतापूर्वक शुरू किया है।
भारतीय अंटार्कटिक स्टेशन ‘मैत्री’ पर 23 वैज्ञानिकों और सहायक कर्मियों का पहला समूह पहुंच गया है। जनवरी 2022 के मध्य तक चार और जत्थे अंटार्कटिका पहुंच जायेंगे।
41वें अभियान के दो प्रमुख कार्यक्रम हैं। पहले कार्यक्रम में भारती स्टेशन पर अमेरी आइस शेल्फ का भूवैज्ञानिक अन्वेषण शामिल है।
दूसरे कार्यक्रम में टोही सर्वेक्षण और मैत्री के पास 500 मीटर आइस कोर की ड्रिलिंग के लिए प्रारंभिक कार्य शामिल है।
इससे अतीत में भारत और अंटार्कटिका के बीच की कड़ी का पता लगाने में मदद मिलेगी।
भारतीय अंटार्कटिक कार्यक्रम 1981 में शुरू हुआ था, और अबतक इसके 40 वैज्ञानिक अभियान पूरे किये जा चुके है।
महत्वपूर्ण तथ्य
अंटार्कटिका के बारे में
पृथ्वी का दक्षिणी ध्रुव: अंटार्कटिका
अंटार्कटिका की खोज: फैबियन वॉन बेलिंग्सहॉसन
अंटार्कटिका की सबसे ऊँची चोटी: माउंट एरेबुस
अंटार्कटिका का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी: माउंट एरेबुस