भारत और नामीबिया ने भारत में अफ्रीकी चीतों को फिर से लाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये है।
समझौता ज्ञापन पर केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव और नामीबिया के उप प्रधान मंत्री और विदेश मंत्री नेतुम्बो नंदी-नदैतवा ने नई दिल्ली में हस्ताक्षर किये है।
यह समझौता ज्ञापन नामीबिया से भारत में कुछ चीतों के स्थानांतरण का मार्ग प्रशस्त करेगा।
1952 तक भारत में चीते विलुप्त हो गए थे।
जंगल में छोड़े जाने से पहले उन्हें पहले छह महीने तक नियमित स्वास्थ्य जांच और निगरानी के लिए कुनो नेशनल पार्क के भीतर ही स्थापित पांच वर्ग किलोमीटर के विशेष बाड़े में रखा जाएगा।
1952 में छत्तीसगढ़ में आखिरी बार रिकॉर्ड किए गए चीते का शिकार किए जाने के 69 साल बाद यह जानवर भारत में एक जंगली बाड़े में लौटेगा।