Category : Science and TechPublished on: March 14 2023
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भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) रुड़की के शोधकर्ताओं ने एक नए जीवाणुरोधी छोटे अणु (IITR00693) की खोज की है जो दवा प्रतिरोधी संक्रमणों से लड़ने में मदद कर सकता है।
कई जीवाणु संक्रमण मौजूदा उपचारों के प्रतिरोधी बनने के साथ, इस नए अणु की खोज अधिक प्रभावी और लक्षित उपचारों की क्षमता प्रदान करती है।
अणु ने ग्राम-पॉजिटिव और ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया की एक विस्तृत श्रृंखला के खिलाफ शक्तिशाली जीवाणुरोधी गतिविधि दिखाई, जिसमें कुछ सबसे अधिक समस्याग्रस्त दवा-प्रतिरोधी उपभेद भी शामिल हैं।
IITR00693 एक दोहरी तलवार की तरह काम करता है क्योंकि यह न केवल सबसे जिद्दी बैक्टीरिया को मारता है बल्कि प्रतिरोध के उद्भव को भी रोकता है, आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रभावशीलता सुनिश्चित करता है।
इस शोध का नेतृत्व आईआईटी रुड़की में बायोसाइंसेज एंड बायोइंजीनियरिंग विभाग की प्रोफेसर रंजना पठानिया ने अन्य वैज्ञानिकों के साथ किया है।