Category : Science and TechPublished on: March 30 2023
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आईआईटी मद्रास के शोधकर्ताओं ने एक लागत प्रभावी और पोर्टेबल 3D पेपर-आधारित उपकरण विकसित किया है जो दूध में मिलावट का पता केवल 30 सेकंड में लगा सकता है।
पारंपरिक प्रयोगशाला-आधारित विधियों के विपरीत, इस नई तकनीक का उपयोग घर पर किया जा सकता है और मिलावट के परीक्षण के लिए तरल नमूने के केवल एक मिलीलीटर की आवश्यकता होगी।
यह डिवाइस डिटर्जेंट, साबुन, हाइड्रोजन पेरोक्साइड, यूरिया, स्टार्च, नमक, और सोडियम-हाइड्रोजन-कार्बोनेट जैसे विभिन्न सामान्य रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले मिलावटी एजेंटों का पता लगा सकता है।
इस शोध का नेतृत्व IIT मद्रास में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. पल्लब सिन्हा महापात्रा ने शोध विद्वानों सुभाशीष पटारी और द्रियंकान दत्ता के साथ किया था।
दूध में मिलावट खासकर भारत, पाकिस्तान, चीन और ब्राजील जैसे विकासशील देशों में चिंता का विषय है।