Category : MiscellaneousPublished on: November 13 2024
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उत्तराखंड में दिवाली के 11 दिन बाद मनाया जाने वाला इगास बग्वाल एक जीवंत त्योहार है जो क्षेत्र की समृद्ध परंपराओं और लोक संस्कृति को उजागर करता है, सामुदायिक एकता और श्रद्धा को बढ़ावा देता है।
कहीं कहीं ये पर्व बूढ़ी दीपावली के नाम से भी जाना जाता है।
जो कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति का प्रतीक है। पौराणिक मान्यता है कि गढ़वाल में भगवान श्रीराम के वनवास के बाद अयोध्या लौटने का समाचार देरी से पहुंचा था और पहाड़ में लोगों ने तभी दीपावली मनाई थी।