सरकारी पैनल ने सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ भारत के पहले स्वदेशी रूप से विकसित टीके qHPV को मंजूरी दी

सरकारी पैनल ने सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ भारत के पहले स्वदेशी रूप से विकसित टीके qHPV को मंजूरी दी

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Category : National Published on: June 17 2022

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  • डीसीजीआई की विषय विशेषज्ञ समिति ने सीरम संस्थान के स्वदेशी रूप से विकसित क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पेपिलोमावायरस (क्यूएचपीवी) वैक्सीन की सिफारिश 9 वर्ष से 26 वर्ष से अधिक आयु के सर्वाइकल कैंसर रोगियों के लिए की है।
  • भारत में सर्वाइकल कैंसर 15 से 44 वर्ष की आयु की महिलाओं में दूसरा सबसे अधिक बार होने वाला कैंसर है।
  • भारत में हर साल 122,844 महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का पता चलता है और 67,477 महिलाओं की इस बीमारी से मौत हो जाती है।
  • एचपीवी वैक्सीन एक महिला के सर्वाइकल कैंसर के खतरे को कम करता है। पुरुष गर्भाशय में सर्वाइकल के कैंसर का विकास नहीं हो सकता, लेकिन एचपीवी वैक्सीन जननांग मस्सा, शिश्न कैंसर, गुदा कैंसर और यौन भागीदारों के लिए एचपीवी के प्रसार को रोक सकता है।
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