Category : Science and TechPublished on: October 29 2022
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केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के तहत काम करने वाली जेनेटिक इंजीनियरिंग मूल्यांकन समिति (जीईएसी) ने आनुवंशिक रूप से संशोधित (जीएम) सरसों की व्यावसायिक खेती के प्रस्ताव को फिर से मंजूरी दे दी है।
यह दो दशकों में अनुमोदन प्राप्त करने वाली देश की पहली आनुवंशिक रूप से संशोधित फसल है।
इस किस्म को दिल्ली विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर दीपक पेंटल और उनकी टीम द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है।
केंद्र सरकार ने पहली बार मई 2017 में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली में परीक्षण के बाद जीएम सरसों के लिए हरी झंडी दी थी।