Category : Business and economicsPublished on: June 24 2023
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फिच रेटिंग्स ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को संशोधित कर 6.3 प्रतिशत कर दिया है।
वित्त वर्ष 2023 में जीडीपी वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है। इससे पिछले वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 9.1 प्रतिशत रही थी।
मार्च में फिच ने ऊंची मुद्रास्फीति और ब्याज दरों के साथ-साथ कमजोर वैश्विक मांग का हवाला देते हुए 2023-24 के लिए अपने पूर्वानुमान को 6.2 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया था।
2024-25 और 2025-26 वित्तीय वर्षों के लिए, इसमें 6.5 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने साल की शुरुआत से नीतिगत दरों को 6.5 प्रतिशत पर रखा है, जबकि हेडलाइन मुद्रास्फीति मई में 7.8 प्रतिशत के शिखर से घटकर 4.3 प्रतिशत हो गई, एक आंकड़ा जो पहले से ही आरबीआई के 2-6 प्रतिशत के सहिष्णुता बैंड के भीतर है।
थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति (डब्ल्यूपीआई) भी मई में घटकर शून्य से 3.48 प्रतिशत नीचे आ गई है।