Category : Business and economicsPublished on: December 31 2021
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इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 के लिए राजकोषीय घाटा जीडीपी का 6.6 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपने वित्तीय स्थिरता आकलन में कहा कि सरकार 2021-22 के लिए 6.8% नियोजित राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को पाने में सफल नहीं हो पाई है।
उच्च कर और गैर-कर राजस्व संग्रह इस वित्तीय वर्ष में विनिवेश राजस्व में संभावित कमी की भरपाई से अधिक होने की उम्मीद है, जिसके परिणामस्वरूप सकल घरेलू उत्पाद का 6.6 प्रतिशत राजकोषीय घाटा होगा, जो बजट से 20 आधार अंक कम है।