केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में केंद्रीय बजट 2023-24 पेश करते हुए कारीगरों और शिल्पकारों के लिए सहायता पैकेज की घोषणा की।
नव-संकल्पित प्रधानमंत्री "विश्वकर्मा कौशल सम्मान (पीएम-विकास) योजना" देश के कारीगरों को अपने उत्पादों की गुणवत्ता, पैमाने और पहुंच में सुधार करने में सक्षम बनाएगी, उन्हें सूक्ष्म, लघु और मध्यम स्तर के उद्यमों (एमएसएमई) मूल्य श्रृंखला के साथ एकीकृत करेगी।
योजना से देश के पारंपरिक कारीगरों को भी लाभ मिलेगा।
अपने हाथों और औजारों से काम करने वाले पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों ने सदियों से भारत को प्रसिद्धि दिलाई है। इन्हें आमतौर पर विश्वकर्मा के नाम से जाना जाता है।
उनकी कला और हस्तशिल्प आत्मनिर्भर भारत की सच्ची भावना का उदाहरण हैं। पहली बार उनके लिए सहायता पैकेज की परिकल्पना की गई है।