75 परियोजना के तहत पांचवीं कलवरी क्लास पनडुब्बी, यार्ड 11879 ('वजीर') को भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया है।
प्रोजेक्ट-75 में स्कॉर्पीन डिजाइन की छह पनडुब्बियों का स्वदेशी निर्माण शामिल है।
इन पनडुब्बियों का निर्माण मैसर्स नेवल ग्रुप, फ्रांस के सहयोग से मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) मुंबई में किया गया है।
इससे पहले मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) ने 'कलवरी', 'खंडेरी', 'करंज', 'वेला' पनडुब्बियों की डिलीवरी की थी।
स्कॉर्पीन पनडुब्बियों में उन्नत ध्वनिक अवशोषण तकनीक, कम विकिरणित शोर स्तर, हाइड्रो-डायनामिक रूप से अनुकूलित आकार, आदि जैसी बेहतर स्टील्थ विशेषताएं शामिल हैं, और सटीक निर्देशित हथियारों का उपयोग करके दुश्मन पर एक गंभीर हमला करने की क्षमता है।