भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने मिसाइल रक्षा प्रौद्योगिकी में महत्वपूर्ण प्रगति का प्रदर्शन करते हुए 24 जुलाई, 2024 को चरण- II बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (बीएमडी) प्रणाली का सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया।
परीक्षण ने भारत की एकीकृत मिसाइल रक्षा क्षमताओं को प्रदर्शित किया, जिसमें उन्नत सेंसर द्वारा लक्ष्य मिसाइल का पता लगाना और इंटरसेप्टर मिसाइल द्वारा तेजी से प्रतिक्रिया देना, प्रभावी ढंग से एक यथार्थवादी खतरे के परिदृश्य का अनुकरण करना शामिल था।
यह सफल परीक्षण लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल खतरों से रक्षा करने की भारत की क्षमता को रेखांकित करता है, जिससे देश की रणनीतिक रक्षा संरचना में वृद्धि होती है।