दिल्ली हवाई अड्डा हरित ऊर्जा की ओर बढ़ने वाला भारत का पहला हवाई अड्डा बन गया है और अब यह पूरी तरह से जल और सौर ऊर्जा पर चलता है।
इस बदलाव से प्रति वर्ष 2 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड के ऊर्जा उत्सर्जन में कमी लाने में मदद मिलेगी।
वर्तमान में, हवाईअड्डा स्रोत अपनी बिजली की आवश्यकता का लगभग 6 प्रतिशत ऑनसाइट सौर ऊर्जा संयंत्रों से पूरा करता है और शेष 94 प्रतिशत मांग जलविद्युत संयंत्रों के माध्यम से होती है।
सौर ऊर्जा संयंत्र इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (IGI) हवाई अड्डे के एयरसाइड और कार्गो टर्मिनलों की छतों पर लगाया गया हैं।