'भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक' (सीपीआई) 2021 में भारत 180 देशों में से 85वें स्थान पर है।
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की ओर से जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछली बार की तुलना में भारत की रैंकिंग में एक स्थान का सुधार हुआ है।
सार्वजनिक क्षेत्र के भ्रष्टाचार के कथित स्तरों के आधार पर 180 देशों और क्षेत्रों की रैंकिंग संकलित की जाती है।
यह रैंकिंग 0 से 100 अंक के पैमाने का उपयोग करके निर्धारित की जाती है। जहां शून्य अंक प्राप्त करने वाला देश सबसे भ्रष्ट है वहीं 100 अंक प्राप्त करने वाला देश भ्रष्टाचार की दृष्टि से बहुत अच्छा माना जाता है।
डेनमार्क, फिनलैंड, न्यूजीलैंड और नॉर्वे उच्चतम स्कोर के साथ सूची में सबसे ऊपर हैं। भूटान और चीन को छोड़कर भारत के सभी पड़ोसी देश इससे नीचे हैं।