मध्य रेलवे ने पश्चिमी घाट में स्थित इगतपुरी झील में एक अग्रणी 10 मेगावाट फ्लोटिंग सौर संयंत्र स्थापित किया है। यह पहल अभिनव साधनों के माध्यम से नवीकरणीय ऊर्जा का दोहन करने के लिए भारतीय रेलवे का अपनी तरह का पहला प्रयास है।
रेलवे स्टेशनों और इमारतों में फ्लोटिंग सोलर प्लांट और रूफटॉप इंस्टॉलेशन सहित सौर संयंत्रों की स्थापना, अक्षय ऊर्जा स्रोतों का लाभ उठाने के लिए मध्य रेलवे की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। यह कदम कार्बन उत्सर्जन को कम करने और स्थिरता को बढ़ावा देने के रेलवे के उद्देश्य के साथ संरेखित है।
मध्य रेलवे का लक्ष्य 2030 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करना है। सौर संयंत्रों की कमीशनिंग और अन्य हरित पहलें इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं, जो पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास लक्ष्यों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।