भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने 24 फरवरी 2025 को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी मद्रास) के साथ डेटा सुरक्षा और शासन से लेकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता-संचालित क्षमता निर्माण और पर्यावरण लेखा परीक्षा में अनुसंधान और पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) ढांचे तक के क्षेत्रों पर दो समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
इस संबंध में किए गए एमओयू में आईआईटी मद्रास के साथ पहला समझौता ज्ञापन शामिल है, जिसमें साइबर सुरक्षा और मैनुअल और प्रोटोकॉल सिस्टम को अपडेट करने की आवश्यकता सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों को शामिल किया गया है।
इसका उद्देश्य डिजिटल डेटा का उपयोग करने वाली संस्थाओं का ऑडिट करने के तरीके के बारे में मार्गदर्शन विकसित करना भी है।