सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (C-DOT) ने IIT रुड़की और IIT मंडी के साथ 'सेल-फ्री' 6G एक्सेस पॉइंट विकसित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जो स्वदेशी 6G तकनीक को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सहयोग विशाल क्षेत्रों में कई एक्सेस पॉइंट्स तैनात करके पारंपरिक सेल सीमाओं को खत्म करने पर केंद्रित है, जिससे ब्रॉडबैंड और मोबाइल सेवाओं के लिए कनेक्टिविटी और कवरेज बढ़ाने की उम्मीद है।
दूरसंचार प्रौद्योगिकी विकास कोष (टीटीडीएफ) योजना द्वारा समर्थित, इस पहल का उद्देश्य ब्रॉडबैंड और मोबाइल सेवाओं को व्यापक आबादी के लिए अधिक किफायती और सुलभ बनाकर भारत में डिजिटल विभाजन को पाटना है।