Category : Science and TechPublished on: May 27 2025
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भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, तिरुवनंतपुरम के शोधकर्ताओं ने पाया है कि नीली रोशनी खमीर में आनुवंशिक उत्परिवर्तन की संख्या को बहुत अधिक बढ़ा सकती है।
निष्कर्ष बताते हैं कि नीली रोशनी के लंबे समय तक संपर्क में रहने से अन्य जीवों को भी इसी तरह का खतरा हो सकता है। इसकी पुष्टि के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता होगी।
नीली रोशनी के संपर्क में आने के ये प्रभाव नींद चक्र और दृष्टि पर इसके ज्ञात प्रभाव से भी आगे बढ़ जाते हैं।