पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी, शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए गोवा पहुंचे।
इसके साथ ही वह करीब 12 साल में भारत की यात्रा करने वाले पाकिस्तान के पहले विदेश मंत्री बन गये हैं
उनसे पहले हिना रब्बानी खार ने 2011 में शांति वार्ता के लिए पाकिस्तान की विदेश मंत्री के रूप में भारत की यात्रा की थी
खार वर्तमान में विदेश मामलों के राज्य मंत्री के रूप में सेवारत हैं।
मई 2014 में, पूर्व पाकिस्तानी प्रधान मंत्री नवाज शरीफ ने भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए भारत का दौरा किया था।
पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा द्वारा किए गए 2008 के मुंबई हमलों के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच कोई ठोस बातचीत या जुड़ाव नहीं हुआ है।
2019 के पुलवामा आत्मघाती हमले में 40 भारतीय जवान शहीद हो गए थे और उसी साल अगस्त में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने के भारत सरकार के फैसले ने द्विपक्षीय संबंधों को अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंचा दिया था।
पाकिस्तान की यात्रा करने वाली अंतिम भारतीय विदेश मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज थीं, जिन्होंने दिसंबर 2015 में इस्लामाबाद की यात्रा की थी।