भाकृअनुप-राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल ने बोकारो, झारखंड में एक सरकारी पोल्ट्री फार्म से प्राप्त नमूनों में एवियन इन्फ्लूएंजा (H5N1) का पता लगाया है।
लोहांचल के एक फार्म में 'कड़कनाथ' के नाम से जानी जाने वाली प्रोटीन से भरपूर नस्ल के चिकन में H5N1 वैरिएंट की मौजूदगी की पुष्टि की गई है।
एक किमी के दायरे में आने वाले क्षेत्रों को प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया है और 10 किमी के दायरे में आने वाले क्षेत्रों को निगरानी क्षेत्र घोषित किया गया है।
जनवरी 2019 में झारखंड के गोड्डा जिले में बर्ड फ्लू की आखिरी घटना सामने आई थी।
राज्य को एवियन इन्फ्लुएंजा (2021) की रोकथाम, नियंत्रण और रोकथाम के लिए कार्य योजना के अनुसार नियंत्रण और नियंत्रण संचालन करने की सलाह दी गई है।
बर्ड फ्लू, जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा (एआई) के रूप में भी जाना जाता है, एक अत्यधिक संक्रामक वायरल बीमारी है जो खाद्य-उत्पादक पक्षियों (मुर्गियां, टर्की, बटेर, गिनी फाउल, आदि) की प्रजातियों के साथ-साथ पालतू पक्षियों और जंगली जानवरों को भी प्रभावित करती है।
एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस उपप्रकार A(H5N1), A(H7N9), A(H9N2) और A(H10N3) हैं।
टाइप बी और सी ज्यादातर मनुष्यों को संक्रमित करते हैं और आमतौर पर हल्की बीमारी का कारण बनते हैं।