67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह का आयोजन विज्ञान भवन में किया गया। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने विजेताओं को स्वर्ण कमल और रजत कमल, शॉल और पुरस्कार राशि से सम्मानित किया। 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा मार्च 2021 में ही की गई थी।
सुपरस्टार रजनीकांत को 51वें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया।
सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार 'छिछोरे' को मिला।
मणिकर्णिका और पंगा के लिए अभिनेत्री कंगना रनौत ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जीता। यह उनका चौथा राष्ट्रीय पुरस्कार है।
मनोज बाजपेयी को 'भोंसले' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला। उनके साथ साउथ के सुपरस्टार धनुष को 'असुरन' के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड भी मिला।
महत्वपूर्ण तथ्य
दादा साहब फाल्के पुरस्कार के बारे में
सिनेमा के क्षेत्र में असाधारण योगदान को सम्मानित करने के लिए भारत सरकार ने 1970 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार की स्थापना की।पुरस्कार का नाम धुंडीराज गोविंद फाल्के के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने भारत की पहली फीचर फिल्म राजा हरिश्चंद्र का 1913 में निर्देशन किया था। पुरस्कार में एक स्वर्ण कमल, 1,000,000 रुपये का नकद पुरस्कार और एक शॉल शामिल है। देविका रानी ने 1969 में पहली बार पुरस्कार प्राप्त किया, जिससे वह इसे प्राप्त करने वाली पहली महिला बनीं। पृथ्वीराज कपूर मरणोपरांत दादा साहब फाल्के पुरस्कार पाने वाले पहले व्यक्ति थे।