केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने 8 जून को "सागर परिक्रमा" पहल का सातवां चरण शुरू किया।
"सागर परिक्रमा" के पहले चरण की यात्रा 5 मार्च 2022 को मांडवी, गुजरात से शुरू हुई थी और अब तक सागर परिक्रमा के छह चरणों में गुजरात, दमन और दीव, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक और अंडमान और निकोबार के तटीय क्षेत्रों का दौरा किया गया है।
सागर परिक्रमा चरण-VII केरल के तटीय क्षेत्रों और लक्षद्वीप प्रशासन को कवर करेगा, जिसमें मैंगलोर, कासरगोड, मदक्कारा, पल्लिककारा, चालियम, कन्हंगडु, कोझीकोड, माहे (पुडुचेरी), बेपोर, त्रिशूर, एर्नाकुलम, कोच्चि और लक्षद्वीप के द्वीप समूह अर्थात् कवरत्ती, बंगरमंद अगत्ती आदि जैसे स्थानों का दौरा शामिल है।
केरल मत्स्य पालन क्षेत्र कुल सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 1.58% का योगदान देता है और समुद्री उत्पादों के निर्यात ने वर्ष 2017-18 के दौरान 5919.02 करोड़ रुपये का अब तक का रिकॉर्ड बनाया है।
सागर परिक्रमा कार्यक्रमों के दौरान प्रगतिशील मछुआरों, मत्स्य पालकों और युवा मत्स्य उद्यमियों को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) और किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) से संबंधित प्रमाण पत्र और मंजूरी प्रदान की जाएगी।